Breaking News

Fraud & Scam Alert : बधाई हो...3 करोड़ 35 लाख की लॉटरी लगी है!

इंदौर।  मध्य प्रदेश : आजकल ठगी के नये मामले सामने आ रहे है।  जानिये इनके बारे में :- 
केस 1 
नानक नगर निवासी जूही अरोरा के पास 8 सितंबर को एक ई-मेल आया। इसमें लिखा था कि बधाई हो...आपको 3 करोड़ 35 लाख रुपए की लॉटरी लगी है। हम शेवरले प्रमोशन यूके से बात कर रहे हैं। हमारा व्यक्ति आपके घर आएगा। आप उसे 24 हजार 500 रुपए दे देना, फिर हम आपको 3 करोड़ 35 लाख रुपए व एक कार गिफ्ट करेंगे।
केस 2
स्नेहलतागंज निवासी पलक रेगे के पास भी इसी तरह का ई-मेल आया। इसमें भी 3 करोड़ 35 लाख रुपए की लॉटरी लगने की बात कही गई, लेकिन ये मेल किसी दूसरे मेल आईडी से आया। जबकि दोनों से बात करने वाला शख्स एक ही है। पहला आईडी था चेवप्राइज टू एट हॉटमेल डॉट कॉम। दूसरा था एडमब्रेड फोर्ड11 हॉट मेल डॉट कॉम।
ये दोनों ही ई-मेल फर्जी नाम से बनाए गए हैं। आईनेक्स्ट की पड़ताल में सामने आया है कि इस पूरी जालसाजी के पीछे दिल्ली का एक गिरोह सक्रिय है। दरअसल, संबंधित व्यक्ति ने बैंक अकाउंट के साथ बैंक का आईएफसी कोड भी दोनों लोगों को दिया। फोन पर बात कर रहे व्यक्ति ने पहले अपने व्यक्ति को घर भेजने की बात कही थी, लेकिन कुछ घंटों बाद उसने फोन करके कहा कि हमारा व्यक्ति दिल्ली में किसी जरूरी काम से फंस गया है, इसलिए आप इस अकांउट नंबर 20192756669 में 24 हजार 500 रुपए डाल दीजिए। इसके साथ ही व्यक्ति ने बैंक का आईएफसी कोड 0060458 भी भेजा। जिस कंपनी के नाम पर गिरोह के सदस्य आम लोगों को फोन लगा रहे हैं, उनके कस्टमर केयर ऑफिस पर फोन लगाया तो मामले की सच्चाई पता चली। जब जूही अरोरा ने शेवरले मोटर के कस्टमर केयर ऑफिसर से बात की तो उन्होंने बताया कि ये सारे ई-मेल फर्जी हैं। कोई गिरोह काफी पहले से ऐसे ई-मेल भेज रहा है। इसके खिलाफ केस भी चल रहा है, लेकिन अब तक गिरोह का कोई भी सदस्य पकड़ में नहीं आया। आप किसी तरह का कोई ट्रांजेक्शन मत करना। ये सिर्फ चूना लगाने की स्कीम है।
दिल्ली का है अकाउंट नंबर
जो अकाउंट नंबर ई-मेल किया गया है, वो दिल्ली का है। स्टेट बैंक ऑफ इंडिया में किसी संदीप के नाम से ये अकाउंट खुला हुआ है। ई-मेल के बाद से जूही के पास लगातार फोन आ रहे हैं। बात करने वाला व्यक्ति इंग्लिश के साथ ही फ्रेंच में भी बोल रहा है। उसका कहना है कि आप जल्द से जल्द 24 हजार 500 रुपए अकाउंट में डाल दें। फिर हम चौबीस घंटे के अंदर आपको 3 करोड़ 35 लाख रुपए की राशि दे देंगे। कार मिलने में थोड़ा समय लगेगा। उसके लिए डाक्यूमेंट्स की कुछ प्रोसेस होगी।
कस्टम विभाग से भी बात करवा दी!
ऑफर देने वाले व्यक्ति के अलावा एक महिला का फोन भी जूही के पास आया। उसने खुद को कस्टम विभाग में कार्यरत बताया और कहा कि आप 24 हजार 500 रुपए डाल दें। दोनों ने एक ही अकाउंट नंबर दिया। फोन पर बात कर रही महिला ने कहा कि कस्टम ड््‌यूटी चुकाने के बाद ही आपको लॉटरी में मिली राशि मिल पाएगी। इसलिए आप जल्द से जल्द राशि चुका दें। ये फोन मोबाइल नंबर 9560869144 से आया था।
यूके के नंबर से आ रहा है फोन
जिस नंबर से फोन आ रहा है वो नंबर (प्लस 448719740110) ब्रिटेन का है। बात करने वाला व्यक्ति फ्रेंच और इंग्लिश में बोल रहा था। ब्रिटेन से फोन आ रहा है। दिल्ली का अकाउंट नंबर दिया जा रहा है। जिस कंपनी के नाम से ऑफर दिया जा रहा है वो कंपनी भी यूके की है। इससे ये अंदेशा होता है कि गिरोह अंतरराष्ट्रीय स्तर पर काम कर रहा है।
झांसा देकर जगा रहे भरोसा
फोन पर बात कर रहा व्यक्ति अपने एजेंट को पहले कस्टमर के घर भेजने की बात कहता है। दोनों ही लोगों को इस तरह से कहा गया। संबंधित व्यक्ति का आइडेंटिटी कार्ड भी स्कैन करके भेजा, लेकिन कुछ घंटों बाद ये कह दिया गया कि एजेंट किसी जरूरी काम में उलझ गया है, इसलिए घर नहीं आ पाएगा। अब आप अकाउंट में ही पैसे डाल दीजिए। लोगों को ये झांसा विश्वास में लेने के लिए दिया जाता है, ताकि कस्टमर भरोसे में आकर पैसे अकाउंट में डाल दें।
इन बातों का रखें ध्यान
- कभी भी अपनी निजी व बैंक संबंधी जानकारी किसी से शेयर न करें।
- फोन या ई-मेल पर किसी भी तरह की जानकारी किसी अनजान व्यक्ति को न दें।
- बिना तहकीकात किए आपके ई-मेल पर आई कोई भी लिंक ओपन न करें।
- सिक्योर्ड वेबसाइट पर ही विजिट करें।
- इस तरह का कोई भी मामला हो तो पुलिस को तुरंत जानकारी दें।
पुलिस की वेबसाइट पर करें शिकायत
यदि किसी के साथ इस तरह की घटना हुई है तो उसे सबसे पहले पुलिस को सूचित करना चाहिए। बिना थाने जाए ही शिकायत दर्ज करवाई जा सकती है। इंदौर पुलिस की वेबसाइट पर सायबर क्राइम के ऑप्शन में जाकर शिकायत दर्ज करवाई जा सकती है।
नेशनल लेवल पर रहता है नेटवर्क
ऐसे गिरोह का नेटवर्क नेशनल लेवल पर फैला रहता है। जिस भी राज्य को ये लोग टारगेट करते हैं, वहां इनका अकाउंट नहीं होता। दूसरे राज्यों से इस तरह की जालसाजी को अंजाम दिया जाता है। बीमा पॉलिसी, क्रेडिट कार्ड, कौन बनेगा करोड़पति, बेरोजगार को घर बैठे रोजगार आदि-आदि लालच भी लोगों को आए दिन दिए जा रहे हैं।
दूसरे राज्यों से इंदौर पुलिस का कोऑर्डिनेशन
इंदौर पुलिस इस तरह के गिरोह को पकड़ने के लिए दूसरे राज्यों के साथ लगातार संपर्क में है। एएसपी क्राइम दिलीप सोनी ने बताया कि इस तरह की गैंग का पूरा प्लान पहले से फिक्स रहता है। ये लोग अपने कॉल सेंटर बनाकर रखते हैं। इसी से दिनभर आम लोगों को फोन किया जाता है। एक नंबर की सीरिज हासिल करने के बाद उसके आखिरी अंक को बदल-बदल कर दिनभर कॉल करते रहते हैं। ऐसे में एक-दो लोग तो इनके झांसे में आकर पैसे डाल ही देते हैं।
रेंट पर लेते हैं अकाउंट, फर्जी सिम
ये भी सामने आया है कि ये गिरोह अक्सर बैंक अकाउंट किसी व्यक्ति से रेंट (किराये) पर ले लेते हैं। जैसे कोई गरीब आदमी है, जिसे पैसों की जरूरत है, उसे प्रति ट्रांजेक्शन पैसे देने का लालच देकर उसके अकाउंट का उपयोग किया जाता है। फिर इसी अकाउंट में पूरी राशि डलवाई जाती है।
हम इस तरह के गिरोह को पकड़ने के लिए लगातार कोशिश कर रहे हैं। दूसरे राज्यों से भी समन्वय बनाया जा रहा है। ये गिरोह नेशनल लेवल पर काम करते हैं। यदि किसी के साथ ऐसी ठगी हुई है तो शिकायत करें, हम कार्रवाई करेंगे।
-दिलीप सोनी, एएसपी क्राइम
- Source t: http://naidunia.jagran.com  www.mlmnewspaper.com 


www.timesofhindi.com madhya-pradesh/fake-lottery-and-online-fraud-181829#sthash.d1ddLPSS.dpuf

No comments